भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर व्रत और त्यौहार को हमेशा बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
यहां जमीन से लेकर आसमान तक की पूजा की जाती है। यहां गंगा में डुबकी लगाने से जनम - जनम के पाप धुल जाते है तो वही एकादशी व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है ।
व्रत का अर्थ है संकल्प या दृढ़ निश्चय तथा उपवास का अर्थ ईश्वर या इष्टदेव के समीप बैठना भारतीय संस्कृति में व्रत तथा उपवास का इतना अधिक महत्व है कि हर दिन कोई न कोई उपवास या व्रत होता ही है। सभी धर्मों में व्रत उपवास की आवश्यकता बताई गई है। इसलिए हर व्यक्ति अपने धर्म परंपरा के अनुसार उपवास या व्रत करता ही है। वास्तव में व्रत उपवास का संबंध हमारे शारीरिक एवं मानसिक शुद्धिकरण से है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। व्रत कई प्रकार के होते हैं जैसे -नित्य व्रत भगवन को प्रसन्न करने के लिए निरंतर किया जाता है।, नैमित्तिक व्रत किसी निमित्त के लिए किया जाता है।,काम्य: किसी कामना से किया व्रत काम्य व्रत है।
यहां जमीन से लेकर आसमान तक की पूजा की जाती है। यहां गंगा में डुबकी लगाने से जनम - जनम के पाप धुल जाते है तो वही एकादशी व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है ।
व्रत का अर्थ है संकल्प या दृढ़ निश्चय तथा उपवास का अर्थ ईश्वर या इष्टदेव के समीप बैठना भारतीय संस्कृति में व्रत तथा उपवास का इतना अधिक महत्व है कि हर दिन कोई न कोई उपवास या व्रत होता ही है। सभी धर्मों में व्रत उपवास की आवश्यकता बताई गई है। इसलिए हर व्यक्ति अपने धर्म परंपरा के अनुसार उपवास या व्रत करता ही है। वास्तव में व्रत उपवास का संबंध हमारे शारीरिक एवं मानसिक शुद्धिकरण से है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। व्रत कई प्रकार के होते हैं जैसे -नित्य व्रत भगवन को प्रसन्न करने के लिए निरंतर किया जाता है।, नैमित्तिक व्रत किसी निमित्त के लिए किया जाता है।,काम्य: किसी कामना से किया व्रत काम्य व्रत है।
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