कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहते
है। इस दिन भगवान विष्णु और मां
लक्ष्मीजी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है। दिवाली से पहले कार्तिक
कृष्ण एकादशी का बड़ा महत्व है क्योंकि यह चतुर्मास की अंतिम एकदशी है।
दीपावली के चार दिन पहले आने वाली इस एकादशी को लक्ष्मी जी के नाम पर
रमा एकादशी कहा जाता है। इसके प्रभाव से ब्रह्महत्या जैसे महापाप भी दूर हो
जाते हैं। मान्यता के अनुसार, इस व्रत के प्रभाव से सभी पाप नष्ट हो
जाते हैं। सौभाग्यवती स्त्रियों के लिए यह व्रत सुख और सौभाग्यप्रद माना
गया है।
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